15 साल के निवेश के लिए PPF VS सुकन्या समृद्धि योजना: जानिए किस स्कीम में मिलेगा बेहतर रिटर्न

जब बात लंबी अवधि के सुरक्षित और टैक्स फ्री निवेश की आती है, तो आम निवेशकों के सामने दो प्रमुख विकल्प सामने आते हैं – पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)। दोनों योजनाएं भारत सरकार द्वारा समर्थित हैं और डाकघर या मान्यता प्राप्त बैंकों के माध्यम से खोली जा सकती हैं। ये दोनों योजनाएं न केवल आपके पैसे को सुरक्षित बनाती हैं, बल्कि इसमें मिलने वाला ब्याज भी आकर्षक होता है।

परंतु जब आपको 15 साल के निवेश के लिए किसी एक योजना का चयन करना हो, तो किस स्कीम को चुनना समझदारी होगी? इस सवाल का जवाब आसान नहीं है, क्योंकि दोनों योजनाओं की विशेषताएं अलग हैं। इस लेख में हम दोनों योजनाओं का गहराई से विश्लेषण करेंगे और कैलकुलेशन के जरिए यह जानने की कोशिश करेंगे कि आपके लिए कौन-सी योजना अधिक फायदेमंद हो सकती है।

Contents

1. दोनों योजनाओं का संक्षिप्त परिचय

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) क्या है?

PPF एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है, जिसे भारत सरकार द्वारा 1968 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य आम लोगों को बचत के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें सुरक्षित, टैक्स फ्री रिटर्न प्रदान करना है। इस स्कीम में आप न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वित्तीय वर्ष जमा कर सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) क्या है?

SSY भारत सरकार की एक विशेष योजना है, जिसे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुरू किया गया था। यह योजना केवल 10 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं के लिए ही लागू है। इस योजना में भी न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना निवेश किया जा सकता है। SSY खाता बेटी के नाम पर खोला जाता है और अभिभावक उसकी ओर से निवेश करते हैं।

2. सुरक्षा और गारंटीड रिटर्न

दोनों योजनाएं सरकार द्वारा संचालित हैं, इसलिए इनमें पूंजी सुरक्षा (Capital Safety) की पूरी गारंटी होती है। इन स्कीम्स में मिलने वाला ब्याज हर तिमाही में केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है।

स्कीम का नाममौजूदा ब्याज दर (FY 2024-25)
PPF7.1% प्रतिवर्ष
SSY8.2% प्रतिवर्ष

यानी ब्याज दर के मामले में सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ से 1.1% अधिक रिटर्न देती है।

3. टैक्स लाभ (Triple E Category)

PPF और SSY दोनों ही ‘EEE’ कैटेगरी में आती हैं, जिसका मतलब है:

  1. Investment पर छूट – सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट।
  2. ब्याज पर कोई टैक्स नहीं – इन स्कीम्स में मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है।
  3. मैच्योरिटी अमाउंट भी टैक्स फ्री – मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पूरी तरह कर मुक्त होती है।

इस लिहाज से, दोनों योजनाएं टैक्स सेविंग के लिहाज से शीर्ष विकल्पों में आती हैं।

4. निवेश की अवधि और मैच्योरिटी

योजनानिवेश की अवधिमैच्योरिटी अवधि
PPF15 साल15 साल
SSY15 साल21 साल

PPF में जहां निवेश और मैच्योरिटी दोनों 15 साल पर खत्म होते हैं, वहीं सुकन्या योजना में निवेश तो 15 साल तक होता है लेकिन मैच्योरिटी 21 साल पर होती है। इस कारण SSY में 6 साल अधिक कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है।

5. कौन कर सकता है निवेश?

  • PPF – कोई भी भारतीय नागरिक इस योजना में निवेश कर सकता है।
  • SSY – केवल 10 साल से कम उम्र की बच्ची के नाम पर ही खाता खोला जा सकता है। एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाते खोले जा सकते हैं (तीसरी बेटी के लिए विशेष शर्तों के साथ अनुमति मिल सकती है)।

6. निवेश और रिटर्न का तुलनात्मक विश्लेषण (15 साल की अवधि)

मान लें कि आप दोनों योजनाओं में हर साल अधिकतम ₹1.5 लाख का निवेश करते हैं। यानी कुल 15 साल में ₹22.5 लाख का निवेश होगा।

PPF का कैलकुलेशन (7.1% ब्याज के साथ):

  • निवेश अवधि: 15 साल
  • कुल निवेश: ₹22.5 लाख
  • मैच्योरिटी राशि: लगभग ₹40.68 लाख
  • ब्याज से लाभ: ₹18.18 लाख

SSY का कैलकुलेशन (8.2% ब्याज और 21 साल की मैच्योरिटी के साथ):

  • निवेश अवधि: 15 साल
  • कुल निवेश: ₹22.5 लाख
  • मैच्योरिटी राशि: लगभग ₹69.80 लाख
  • ब्याज से लाभ: ₹47.30 लाख

स्पष्ट है कि सुकन्या समृद्धि योजना में रिटर्न PPF के मुकाबले लगभग ₹29 लाख अधिक है।

7. कंपाउंडिंग का जादू

सुकन्या समृद्धि योजना में मिलने वाला अतिरिक्त 6 साल का कंपाउंडिंग पीरियड, आपके रिटर्न को काफी बढ़ा देता है। यही कारण है कि इसमें ब्याज से प्राप्त लाभ अधिक होता है। PPF भी कंपाउंडिंग का लाभ देता है, लेकिन इसकी अवधि SSY से कम होने के कारण लाभ सीमित रह जाता है।

8. लचीलापन और आंशिक निकासी की सुविधा

PPF:

  • आंशिक निकासी की सुविधा 7वें साल से उपलब्ध होती है।
  • 15 साल बाद अकाउंट को 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ाया जा सकता है।

SSY:

  • बेटी के 18 वर्ष के होने पर और 12वीं कक्षा पास करने पर 50% राशि निकाली जा सकती है।
  • खाता केवल बेटी की शादी या उच्च शिक्षा के लिए ही प्री-मैच्योर बंद किया जा सकता है।

9. दोनों योजनाओं के फायदे और सीमाएं

PPF के फायदे:

  • कोई उम्र सीमा नहीं।
  • सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध।
  • टैक्स फ्री रिटर्न।
  • निवेश की पूरी स्वतंत्रता।

PPF की सीमाएं:

  • ब्याज दर कम (7.1%)।
  • केवल 15 साल तक कंपाउंडिंग।

SSY के फायदे:

  • उच्च ब्याज दर (8.2%)।
  • बेटियों के लिए विशेष योजना।
  • लंबी अवधि की कंपाउंडिंग (21 साल तक)।
  • टैक्स में ट्रिपल छूट।

SSY की सीमाएं:

  • केवल 10 साल से कम उम्र की बेटियों के लिए।
  • खाते को ट्रांसफर करना जटिल।
  • राशि निकालने की प्रक्रिया सीमित।

10. किसे कौन-सी योजना चुननी चाहिए?

आप PPF चुनें अगर:

  • आप बेटों या बिना बच्चों के लिए निवेश करना चाहते हैं।
  • आपको नियमित टैक्स बचत और सुरक्षित रिटर्न चाहिए।
  • आप 15 साल बाद पैसे की जरूरत महसूस करते हैं।

आप SSY चुनें अगर:

  • आपकी 10 साल से कम उम्र की बेटी है।
  • आप बेटी की उच्च शिक्षा या शादी के लिए लंबी अवधि में बड़ा फंड बनाना चाहते हैं।
  • आप ज्यादा ब्याज और कंपाउंडिंग का लाभ लेना चाहते हैं।

निष्कर्ष: कौन-सी स्कीम ज्यादा फायदेमंद?

दोनों योजनाएं अपने-अपने तरीके से सुरक्षित, टैक्स फ्री और विश्वसनीय हैं। लेकिन अगर आपका उद्देश्य लंबी अवधि (15 साल से अधिक) में अधिक रिटर्न पाना है, और आपके पास 10 साल से कम उम्र की बेटी है, तो सुकन्या समृद्धि योजना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है।

वहीं, यदि आपको लचीलापन, सामान्य निवेश सुविधा और 15 साल की निश्चित योजना चाहिए तो पब्लिक प्रॉविडेंट फंड बेहतर विकल्प है।

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