आजकल निवेशकों के बीच सोने (Gold) में निवेश करने के दो प्रमुख तरीके लोकप्रिय हो चुके हैं — Gold ETF (Exchange Traded Fund) और Gold Mutual Fund। लेकिन आम निवेशक अक्सर इस उलझन में रहते हैं कि दोनों में क्या फर्क है और कौन सा विकल्प ज्यादा फायदेमंद रहेगा।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे:
- Gold ETF और Gold Mutual Fund क्या होते हैं?
- दोनों में क्या मुख्य अंतर है?
- इनकी लागत, लिक्विडिटी, टैक्सेशन और रिटर्न की तुलना
- और अंत में, आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है?
Contents
1. Gold ETF क्या है?
Gold ETF एक ऐसा म्यूचुअल फंड होता है जो स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है और इसका मकसद फिजिकल गोल्ड की कीमतों को ट्रैक करना होता है। Gold ETF का हर यूनिट आमतौर पर 1 ग्राम सोने के बराबर होता है और इसे आप स्टॉक मार्केट के जरिए जैसे शेयर खरीदते हैं, वैसे ही खरीद सकते हैं।
Gold ETF की प्रमुख विशेषताएं:
- इसे खरीदने और बेचने के लिए Demat अकाउंट की जरूरत होती है।
- ट्रेडिंग बाजार के घंटों में ही होती है।
- यह फिजिकल गोल्ड की कीमतों को बहुत नजदीक से ट्रैक करता है।
- कम एक्सपेंस रेशियो (0.5% से कम)।
2. Gold Mutual Fund क्या है?
Gold Mutual Fund वे फंड होते हैं जो ज्यादातर अपनी राशि को Gold ETFs में निवेश करते हैं। ये फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर हैं जिनके पास Demat अकाउंट नहीं है या जो SIP के जरिए थोड़ा-थोड़ा निवेश करना चाहते हैं।
Gold Mutual Fund की प्रमुख विशेषताएं:
- Demat अकाउंट की जरूरत नहीं होती।
- SIP के जरिए निवेश संभव है।
- खरीद-बिक्री किसी भी समय संभव (NAV के आधार पर)।
- थोड़ा ज्यादा एक्सपेंस रेशियो (0.5% से 1% तक)।
3. Gold ETF vs Gold Mutual Fund: प्रमुख अंतर
पहलू | Gold ETF | Gold Mutual Fund |
---|---|---|
खाता आवश्यकता | Demat जरूरी | Demat जरूरी नहीं |
लिक्विडिटी | मार्केट के समय में ट्रेडिंग | किसी भी समय रिडेम्प्शन |
एक्सपेंस रेशियो | कम (0.25%-0.5%) | ज्यादा (0.5%-1%) |
निवेश प्रारूप | लंपसम और ट्रेडिंग | SIP और लंपसम दोनों |
ट्रैकिंग एरर | बहुत कम | थोड़ा ज्यादा |
रियल-टाइम प्राइसिंग | हाँ (स्टॉक की तरह) | नहीं (NAV आधारित) |
4. टैक्सेशन की तुलना
Gold ETF और Gold Mutual Fund दोनों को ही गोल्ड असेट के रूप में गिना जाता है, इसलिए दोनों पर समान टैक्स लागू होता है:
- अगर आपने 3 साल से कम समय के लिए निवेश किया है, तो शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लागू होगा (आपकी टैक्स स्लैब के अनुसार)।
- 3 साल से अधिक के लिए, 20% LTCG टैक्स + इंडेक्सेशन बेनिफिट लागू होता है।
5. रिटर्न की तुलना
चूंकि Gold Mutual Fund अपनी रकम को Gold ETF में ही लगाते हैं, दोनों के रिटर्न लगभग समान होते हैं। लेकिन Gold Mutual Fund में एक्सपेंस रेशियो अधिक होने की वजह से थोड़ा कम रिटर्न मिल सकता है।
उदाहरण के लिए:
वर्ष | Gold ETF का रिटर्न | Gold Mutual Fund का रिटर्न |
---|---|---|
2022 | 12.3% | 11.6% |
2023 | 8.5% | 7.8% |
(रिटर्न उदाहरण स्वरूप हैं और बदल सकते हैं)
6. कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर है?
आप कौन हैं? | आपके लिए बेहतर विकल्प |
---|---|
ट्रेडिंग में सहज हैं और Demat अकाउंट है | Gold ETF |
SIP करना चाहते हैं और Demat नहीं है | Gold Mutual Fund |
कम लागत चाहते हैं | Gold ETF |
सरलता और लचीलापन चाहते हैं | Gold Mutual Fund |
7. Gold ETF और Gold Mutual Fund में निवेश कैसे करें?
Gold ETF के लिए:
- किसी ब्रोकर या ऐप (Zerodha, Groww, Upstox आदि) पर Demat अकाउंट खोलें।
- लॉगिन कर के Gold ETF सर्च करें (जैसे SBI Gold ETF, Nippon India Gold ETF)।
- मौजूदा मार्केट प्राइस पर यूनिट खरीदें।
Gold Mutual Fund के लिए:
- किसी भी म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म (Groww, Kuvera, Coin by Zerodha) पर लॉगिन करें।
- “Gold Mutual Fund” खोजें (जैसे HDFC Gold Fund, ICICI Prudential Regular Gold Fund)।
- SIP या लंपसम निवेश करें।
8. निष्कर्ष: Gold ETF vs Gold Mutual Fund
सोने में निवेश करना हमेशा से सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प माना गया है, लेकिन आज के डिजिटल युग में निवेश करने के साधन बदल चुके हैं। Gold ETF और Gold Mutual Fund दोनों ही निवेशकों को फिजिकल गोल्ड से बेहतर सुरक्षा, ट्रैकिंग और टैक्स फायदे प्रदान करते हैं।
अगर आप थोड़े अधिक टेक-सैवी हैं और कम लागत में निवेश करना चाहते हैं, तो Gold ETF आपके लिए बेहतर रहेगा। वहीं अगर आप सुविधाजनक तरीके से, SIP के माध्यम से निवेश करना चाहते हैं तो Gold Mutual Fund आपके लिए अच्छा विकल्प है।
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या Gold ETF में फिजिकल गोल्ड मिलता है?
नहीं, इसमें सिर्फ पेपर फॉर्म में गोल्ड की कीमतों के अनुसार यूनिट मिलते हैं।
Q2. क्या मैं Gold Mutual Fund को SIP के जरिए खरीद सकता हूं?
हां, आप ₹100 या ₹500 से भी SIP शुरू कर सकते हैं।
Q3. क्या दोनों में रिस्क होता है?
हाँ, दोनों में गोल्ड की कीमतों के अनुसार NAV या यूनिट की वैल्यू बदल सकती है।